ग्यारस के दिन इन आँखों से उड़ गई निंदिया रानी लिरिक्स
ग्यारस के दिन इन आँखों से, उड़ गई निंदिया रानी, बारस के दिन सुबह सुबह, मेरी आँख से टपका पानी, बाबा तेरी याद आ गई, बाबा तेरी याद आ गई।। तर्ज – माई नी माई मुंडेर पे। खाटु माहि डट कर बैठा, मोर छड़ी ले प्यारी, इन आँखों के आगे घूमे, बाबा छवि तुम्हारी, तेरी … Read more