गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है भजन लिरिक्स
गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है, बृथा इन्हे क्यो खोए, करले भजन मन मेरे, दिन रह गए थोड़े।। तर्ज – लिखने वाले ने लिख डाले। जीवन है माटी का ढैला, चार दिनो का है ये मैला, जग मे आया था तू अकेला, जाएगा भी बन्दे अकेला, पीले तू गुरू नाम का प्याला, पीले तू गुरु … Read more