हे आनंदघन मंगलभवन नाथ अमंगलहारी भजन लिरिक्स
हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी, रघुवर कृपाल प्रभु प्रनतपाल, अब राखो लाज हमारी, हम आए शरण तुम्हारी, हे आनंद …
हे आनंदघन मंगलभवन, नाथ अमंगलहारी, हम आए शरण तुम्हारी, रघुवर कृपाल प्रभु प्रनतपाल, अब राखो लाज हमारी, हम आए शरण तुम्हारी, हे आनंद …