राजस्थानी भजन गणपत गरवा ओपरा रे सिंवरो भाई संतो भजन लिरिक्स Posted on 05/04/2018 | by Shekhar Mourya गणपत गरवा ओपरा रे, सिंवरो भाई संतो। श्लोक – सौ सौ चन्दा ऊगवे, सूरज तपे हजार, इतरा चानण होत भी, […]