बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी श्री रविंद्र जैन भजन लिरिक्स
बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी, पे सुदो करेजा में घाव करे री, मोहन तान ते होए लगाव तो, औरन ते […]
बाँके बिहारी की बाँसुरी बाँकी, पे सुदो करेजा में घाव करे री, मोहन तान ते होए लगाव तो, औरन ते […]
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा। श्लोक – सच्चिदानंद रूपाय, विश्वोत्पत्यादिहेतवे, तापत्रय विनाशाय, श्री कृष्णाय वयं नम:। […]