श्यामा आन बसों व्रंदावन में मेरी उमर बीत गई गोकुल में लिरिक्स
श्यामा आन बसों व्रंदावन में, मेरी उमर बीत गई गोकुल में।। श्यामा रसते में बाग लगा जाना, फुल बीनूंगी तेरी माला के लिये, …
श्यामा आन बसों व्रंदावन में, मेरी उमर बीत गई गोकुल में।। श्यामा रसते में बाग लगा जाना, फुल बीनूंगी तेरी माला के लिये, …
अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता, तो दुनिया में कोई हमारा ना होता।। जबसे मिली है दया हमको इनकी, तो राहें बदल …