मुकद्दर के मालिक मुकद्दर बना दे भजन लिरिक्स
मुकद्दर के मालिक, मुकद्दर बना दे, सोया नसीबा मेरा, फिर से जगा दे।। मेरी एक अरज है, अगर मान जाते, उमर हो गई …
मुकद्दर के मालिक, मुकद्दर बना दे, सोया नसीबा मेरा, फिर से जगा दे।। मेरी एक अरज है, अगर मान जाते, उमर हो गई …