मिलने को जब जब भी जी ललचाता है भजन लिरिक्स
मिलने को जब जब भी, जी ललचाता है, प्रेम तुम्हारा हमको, खाटू खींच लाता है।। तर्ज – तुझको ना देखूं तो। खाटू के …
मिलने को जब जब भी, जी ललचाता है, प्रेम तुम्हारा हमको, खाटू खींच लाता है।। तर्ज – तुझको ना देखूं तो। खाटू के …