मतलब के रिश्तों को तोड़ के प्यार की चाहत में मैं आया तेरे दरबार
मतलब के रिश्तों को तोड़ के, प्यार की चाहत में, मैं आया तेरे दरबार, हर झूठ के रिश्ते से, सही है, तुमसे नाता …
मतलब के रिश्तों को तोड़ के, प्यार की चाहत में, मैं आया तेरे दरबार, हर झूठ के रिश्ते से, सही है, तुमसे नाता …