भाई लेनी गुरूजी री शरण तरण रो मौको आयो रे
भाई लेनी गुरूजी री शरण, तरण रो मौको आयो रे। सुबीसा से मनुष्य तन पायो, अरे अजब सोच मन मे नही लायो, अरे …
भाई लेनी गुरूजी री शरण, तरण रो मौको आयो रे। सुबीसा से मनुष्य तन पायो, अरे अजब सोच मन मे नही लायो, अरे …