कितना अजीब मोहन किस्मत का लेख मेरा खाटु श्याम भजन
कितना अजीब मोहन, किस्मत का लेख मेरा।। तर्ज – भूलना जो चाहा। श्लोक – बाबा की ममता भरी, देखी जो तस्वीर, खोयोड़ी ज्यूँ …
कितना अजीब मोहन, किस्मत का लेख मेरा।। तर्ज – भूलना जो चाहा। श्लोक – बाबा की ममता भरी, देखी जो तस्वीर, खोयोड़ी ज्यूँ …