जय रघुनन्दन जय सियाराम भजन लिरिक्स
जय रघुनन्दन जय सियाराम, हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।। भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते, नर नारी के प्रेम की ज्योति, जग …
जय रघुनन्दन जय सियाराम, हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।। भ्रात भ्रात को हे परमेश्वर, स्नेह तुन्ही सिखलाते, नर नारी के प्रेम की ज्योति, जग …