जबसे नैन लड़े गिरधर से मेरी अकल गई बोराय लिरिक्स

जबसे नैन लड़े गिरधर से मेरी अकल गई बोराय लिरिक्स

जबसे नैन लड़े गिरधर से, दोहा – एक दिना मोहे मिल गयो, वह छैला नन्दकुमार, सखी लूट लियो ये दिल मेरो, अखियन में …

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