छोड़ चल्यो बिणजारो म्हारी भोली काया लिरिक्स
छोड़ चल्यो बिणजारो, म्हारी भोली काया। दोहा – मन कहे मैं धन करूं, धन कर करूं जी गुमान, राम कतरणी हाथ में, राखे …
छोड़ चल्यो बिणजारो, म्हारी भोली काया। दोहा – मन कहे मैं धन करूं, धन कर करूं जी गुमान, राम कतरणी हाथ में, राखे …