वाह रे वाह रे साँवरिया थारी लीला समझ ना आवे लिरिक्स
वाह रे वाह रे साँवरिया, थारी लीला समझ ना आवे, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, कर्मा के घर …
वाह रे वाह रे साँवरिया, थारी लीला समझ ना आवे, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, छोड़ के छप्पन भोग खीचड़ो, कर्मा के घर …