छोड़ के खाटू नगरी को मेरे घर आ जाओ श्याम भजन लिरिक्स
छोड़ के खाटू नगरी को, मेरे घर आ जाओ श्याम, मैं निर्धन बालक हूँ तेरा, तुम मेरे घनश्याम।। तर्ज – चांदी जैसा रंग …
छोड़ के खाटू नगरी को, मेरे घर आ जाओ श्याम, मैं निर्धन बालक हूँ तेरा, तुम मेरे घनश्याम।। तर्ज – चांदी जैसा रंग …