चुनरी ओढाऊ तनै लाख की राणीसती भजन लिरिक्स
गर जोर मेरो चालै, चुनरी ओढाऊ तनै लाख की, के करा पर दादी कोन्या, बात या मेरे हाथ की।। रतन जड़ित सिंहासन बैठा, …
गर जोर मेरो चालै, चुनरी ओढाऊ तनै लाख की, के करा पर दादी कोन्या, बात या मेरे हाथ की।। रतन जड़ित सिंहासन बैठा, …