छाई सावन की घटा कांधे पे कांवड़ उठा लख्खा जी भजन लिरिक्स
छाई सावन की घटा, कांधे पे कांवड़ उठा, ध्यान चरणों में लगा, चल शिव के द्वारे।। तर्ज – जब चली ठंडी हवा शिव …
छाई सावन की घटा, कांधे पे कांवड़ उठा, ध्यान चरणों में लगा, चल शिव के द्वारे।। तर्ज – जब चली ठंडी हवा शिव …