फिर से सावन की रुत आई लख्खा जी भजन लिरिक्स 15/01/201807/07/2017 by Shekhar Mourya फिर से सावन की रुत आई, मौका चूक ना जाना भाई, दरबार में भोले शंकर के, गंगा जल भरके चलो, बम बम रटते … पूरा भजन देखें