आरती संग्रहसौरभ मधुकर मात श्री राणीसती जी मेरी कष्ट कर दूर भक्त के री लिरिक्स Posted on 06/06/2020 | by Shekhar Mourya मात श्री राणीसती जी मेरी, कष्ट कर दूर भक्त के री।। पाय मैं पडूँ मात थारे, क्षमा कर चूक भयी […]