आरती मंगलकारी की पवनसुत अति बलधारी की लिरिक्स
आरती मंगलकारी की, पवनसुत अति बलधारी की।। तर्ज – आरती कुञ्ज बिहारी की। गले में तुलसी की माला, बजावें मृदंग […]
आरती मंगलकारी की, पवनसुत अति बलधारी की।। तर्ज – आरती कुञ्ज बिहारी की। गले में तुलसी की माला, बजावें मृदंग […]