आयो रे आयो पर्युषण आयो जन जन के भाग्य संवारने लिरिक्स
आयो रे आयो पर्युषण आयो, जन जन के भाग्य संवारने, प्रभु की पूजा गुरु की भक्ति, जिनवाणी मन मे उतारने।। […]
आयो रे आयो पर्युषण आयो, जन जन के भाग्य संवारने, प्रभु की पूजा गुरु की भक्ति, जिनवाणी मन मे उतारने।। […]