भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण भजन लिरिक्स

भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण, दोहा – भँवर में नाव पड़ी है, बिच मजधार हूँ मैं, सहारा दीजिये आकर, की अब लाचार हूँ मैं।। भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण, भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण, हे कैलाश पति हूँ तुम्हारी शरण।। सुना है आपका जिसने कभी पुकार किया, तो उसका आपने संकट से … Continue reading भोले गिरिजा पति हूँ तुम्हारी शरण भजन लिरिक्स