बैठा जो खाटू में उससे कहना है भजन लिरिक्स

बैठा जो खाटू में उससे कहना है, धारा में तेरी ही हमको बहना है, सारी उमर तेरे संग रहना है, बैठा जो खाटू में उससे कहना है।। तर्ज – फूलों का तारों का सबका। बाबा मेरी आँखों से होना ना तू दूर, छाया रहे नैनो में तेरा ही सुरूर, मेरा श्रृंगार तू तू ही गहना … Continue reading बैठा जो खाटू में उससे कहना है भजन लिरिक्स