बाबूजी मेरा टिकिट क्यो लेता देसी भजन लिरिक्स
म्हारो खर्चा मालिक पूरे, मैं वाका नाम पर रेता, बाबूजी मेरा टिकिट क्यो लेता, मेरा टिकिट क्यो लेता।। तीन गुणा का डिब्बा बणाया, मन का इंजन जोता, काम क्रोध रा फुकया कोयला, अणि में चेतन सिटी देता, बाबूजी मेरा टिकिट क्यों लेता, मेरा टिकिट क्यो लेता।। तीर्थवासी आया रेल में, आवागमन में रेता, होय निरंजन फिरा … Read more