कृष्ण भजनसंजय मित्तल भजन

साँवरे मेरी कलाई थाम लो इक बार भजन लिरिक्स

1 min read

साँवरे मेरी कलाई,
थाम लो इक बार,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर।।

तर्ज – तुम हमारे थे प्रभु जी।



जग जंजाल में भटक रहा हूँ,

सूझे नाही किनारा,
इस निर्बल का पालनहारे,
आजा बन के सहारा,
मेरे भी हमदम बन जाओ,
ओ मेरे प्रभु वर,
सांवरे मेरी कलाई,
थाम लो इक बार,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर।।



मोह माया के फंड छुड़ा के,

अपनी प्रीत जगा दे,
तुझमे खोकर रह जाऊँ मैं,
अपना आप भुला के,
अपने प्रेम की ज्योत जगा दो,
ओ मेरे प्रभु वर,
सांवरे मेरी कलाई,
थाम लो इक बार,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर।।



जब भी तेरा ध्यान धरूँ तो,

माया मन भरमाए,
तेरे मेरे बीच की कड़ियाँ,
टूट के ही रह जाए,
‘हर्ष’ मुझे अब आन संभालो,
ओ मेरे प्रभु वर,
सांवरे मेरी कलाई,
थाम लो इक बार,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर।।



साँवरे मेरी कलाई,

थाम लो इक बार,
गिर पडूँ ना मैं अकेला,
ओ मेरे दिलबर।।

Singer : Sanjay Mittal


Shekhar Mourya

Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

Leave a Comment